Jump On Query -:
crow bird information in hindi language | कौवा के बारे में रोचक तथ्य
इस आर्टिकल में हम आपको कौए (crow bird) के बारे में जानकारी (information about crow in hindi language) देने वाले है. कौआ एक साधारण पक्षी है. क्या आप जानते है कौवा किस देश का राष्ट्रिय पक्षी है. कौआ क्या खाता है? कौआ के शुभ और अशुभ संकेत क्या है? कौआ की उम्र कितनी होती है? कौआ काना क्यों होता है. चलिए जानते है. कौए के बारे में ऐसे रोचक तथ्य एवं जानकारी information of crow in hindi. जिन्हें अपने पहले कभी नही पढ़ा या सुना होगा. crow information in hindi.
paragraph on crow in hindi
crow bird अंग्रेजी का एक वर्ड है. हिंदी में इसका मतलब होता है कौआ. कौए (house crow) का वैज्ञानिक नाम ‘corvus splendens’ होता है. अमेरिकन क्रो का वैज्ञानिक नाम “corvus brachyrhynchos” होता है. यह एक प्रकार के शिकारी पक्षी है. कौए की बात करे तो सभी पक्षियों में कौए सबसे चालक, जिद्दी और बुद्धिमान होते है.
कई रिसर्च के आधार पर यह माना गया है कि कौए का दिमाग डॉलफिन और चिम्पांजी के दिमाग समान है. कौए के दिमाग की सरचना इंसानी दिमाग की तरह होती है. इस कारण उनमे प्रॉब्लम सोल्विंग स्कील्स होती है. यही गुण उन्हें बाकि पक्षियों से अलग करता है.
you are reading :- information on crow in hindi
कौओ के झुंड को अंग्रेजी में “murder” या “flock” कहा जाता है. कौओ का औसतन वजन 500 ग्राम से 2000 ग्राम तक हो सकता है. इनकी औसतन लम्बाई 40 से 80 सेंटीमीटर तक हो सकती है.
मुख्यतौर पर सभी कौओ का रंग काला ही होता है. लेकिन कुछ कौओ का रंग जेनेटिक डिसऑर्डर सफ़ेद होता है. विश्व में सफ़ेद कौए (pied crow) की संख्या बेहद कम है. इन्हें दुर्लभ प्रजाति पक्षी की श्रेणी में रखा गया है.
10 lines on crow in hindi
- इंडियन कौए (indian crow) और हाउस क्रो पूरी तरह से काले नही होते. उनके शरीर का बीच का भाग हल्का सफेद होता है.
- इनकी चोंच बहुत कठोर और ताकतवर होती है. ये मांस को चीर फाड़ करने और शिकार को मारने में काम आती है. ये अपनी चोंच से किसी इंसानी बच्चे की खोपड़ी में आसानी से छेद कर सकते है.
- कौओ की स्मरण शक्ति तेज होती है. वे एक बार किसी इंसानी चेहरे देख ले तो उसे 5 सालो तक याद रहता है.
- यदि कोई इंसान कौए के साथ बुरा व्यवहार करता है तो कौआ चेहरे को याद रखता है. और वह कौआ अपने साथियों को भी उस इंसान के बारे में सचेत करता है.
- इसके अलावा कौओं को रोजाना भोजन खिलाने पर वे उस इंसान को उपहार भी देते है. वे अच्छे इंसान और बुरे इंसानों को उनके शक्ल के आधार पर पहचान सकते है. कौए ट्राफिक लाइट्स को भी भलीभांति पहचान सकते है.
- अंटार्टिका महाद्वीप के अलावा यह पक्षी सभी महाद्वीपों पर पाया जाता है.
- विश्व में अब तक कौए की 50 से अधिक प्रजातिया खोजी जा चुकी है. इसमें अमेरिकन क्रो, इंडियन क्रो, रैवेन क्रो, अल्बिनो क्रो, लयूसिस्टिक क्रो, pied क्रो और भी कई है. raven प्रजाति का कौए आम प्रजाति के कौए से ज्यादा बड़े और अधिक वजनी होते है.
- कौआ क्या खाता है? सभी कौए सर्वहारी होते है. इन्हें चूहों, छोटी छिपकली, गिलहरी, छोटे पक्षियों का खाना पसंद करते है. इसके अलावा ये सड़ी गली फल सब्जियां, झूठे भोज्य पदार्थ, सड़े गले मृत जानवरों के शवो को भी खा लेते है.
- raven crow और house crow में क्या अंतर है. raven क्रो घरेलु कौओ से थोड़े बड़े और अधिक वजनी होते है. रैवेन कौए का पूरा काला होता है. रैवेन कौए सामन्य कौए से 5-10 साल अधिक जीते है.
essay on crow in hindi language
आमतौर पर हम कौए को भद्दे और बदसूरत पक्षी के रूप में देखते है. लेकिन कौए हमारे पारिस्थिकी तंत्र को अनुकूल बनाए रखने के लिए उपयोगी है. ये सड़े गले मृत जीवो का अपघटन करने में सहायक है. ये सड़े गले जीवो के खा लेते है. और उनसे फैलने वाली बीमारी से बचाते है. इस कारण इन्हें प्रकृति का सफाई कर्मी कहा जाता है. कौए के अलावा गिद्द भी पर्यावरण के लिए उपयोगी है.
कौए सामाजिक पक्षी होते है. आपने देखा होगा कि जब किसी कौए की मृत्यु होती है. तब उसके आस पास कई कौए इक्कठा हो जाते है. और उसके मरने का शोक मानते है. इसके अलावा वे इसके मरने का कारण भी पता लगाते है. ताकि भविष्य में वे इस दुर्घटना से बच सके.
मारवाड़ी भाषा में कौए की “कागला” कहा जाता है. इसे संस्कृत में ‘काक’ कहते है.
कौए अपना घोंसला बहुत ऊंचाई पर बनाते है. जैसे किसी ऊँचे पेड़ पर या किसी ऊँचे टावर पर अपना घोंसला बनाते है. ऐसा वे सुरक्षा की दृष्टि से करते है. घोंसला बनाने में पेद्दो की टहनी और लौहे के तारो का इस्तेमाल करते है.
सामन्यतः कौए एक बार में 2-4 अंडे देते है. कौए अपने चूजो का तब तक ध्यान रखते है जब तक वे उड़ने लायक नही हो जाते है. अंडे देने के बाद 30-35 दिनों बाद उनमे से चूजे निकलते है.
आप पढ़ रहे है :- कौए पर निबंध हिंदी में
अंडे देने के बाद मादा और नर कौए आक्रामक हो जाते है. वे किसी दुसरे पक्षी या शत्रु को घोसले के आस पास भी नही भटकने देते.
मादा कौए और नर कौए में ज्यादा अंतर नही होता है. नर कौए मादा से आकार में थोड़े बड़े होते है.
कौओ की आवाज बहुत ही कर्कश होती है. इनकी आवाज सुनने में बिल्कुल भी कर्णप्रिय नही होती. हमारे पास भी आस पास भी कोई कौआ “कांव कांव” करता है. तो हम उसे उड़ा देते है.
ज्यादातर पक्षियों के बच्चे बड़े होने पर अकेले रहते है. लेकिन कौए के बच्चे अपने माता पिता के साथ ही रहते है. क्योंकि उन्हें अपने माता पिता से survival की सीख मिलती है.
कौए अप्रवासी पक्षी है अथार्त जहाँ इनका जन्म होता है. ये जिंदगीभर वही रहते है. ये कही बाहर प्रवास नही करते है. लेकिन उन्हें खाने की तलाश में प्रवास करना पड़ता है.
intresting facts about crow in hindi
- कौए भोजन के लिए टूल्स का प्रयोग करना जाते है. ये जुगाडू प्रकृति के होते है. आपने प्यासे कौए की कहानी तो सुनी ही होगी. जिसमे कौआ घड़े में कंकर डालकर पानी के स्तर को उपर ले आता है. और पानी पीकर उड़ जाता है.
- सामन्यत कौओ का जीवन काल 7-10 वर्ष का होता है. रैवेन प्रजाति के कौए 12-15 वर्ष तक जीवित रह सकते है. ऑस्ट्रेलियन रैवेन कौआ 22 साल तक जीवित रह सकते है.
- इन्हें चोर पक्षी की संज्ञा भी दी गई है. क्योंकि ये पक्षी दुसरे पक्षियों या जानवरों के भोजन को चुरा लेते है. कभी कभी वे इंसानों के भोजन चुरा कर ले जाते है.
- कही कही उन्हें ज्वेलरी चुराते भी देखा गया है. कौओं को चमकने वाली वस्तुए आकर्षित करती है.
- कौए किसान के मित्र होते है. कौए फसल को कीटो से बचाते है. लेकिन कभी कभी कौए किसानो के लिए मुश्किल बन जाते है. क्योंकि वे बीजो को खा जाते है. इस कारण किसान अपने खेतो में बिजुका लगाते है.
- *कौए भविष्य के लिए भोजन को स्टोर करते है. उन्हें पता होता है कि कोनसा खाना लम्बे समय तक दूषित नही होता. इस तरह वे अपना भोजन छुपा लेते है.
- क्या आप जानते है कौए अपने पुरे जीवनकाल में किसी एक ही साथी के साथ निभाते है. वे जीवनपर्यन्त एक ही साथी के साथ सबंध बनाते है.
- उल्लू, बाज जैसे पक्षी कौए के जानी दुश्मन होते है. उल्लू और कौए का आमना सामना होने पर दोनों एक दुसरे पर हमला कर देते है.
- कौए सिक्का डालकर खाना देने वाली वेंडिंग मशीन में सिक्का डालना सीख सकते है.
- कौए अपने पंखो को कीटाणुमुक्त रखने के लिए अजीब तरीका अपनाते है. वे लाल चीटियों के कस्बे में जाकर अपने परो को उन पर रगड़ते है. क्योंकि लाल चीटियों में फोर्मिक अम्ल होता है. जिससे कौए के पंखो से कीटाणु मर जाते है.
- खली समय में कौए भी खेलते है. वे फुदक फुदक कर किसी चीज के साथ खेलते हुए नजर आते है.
- कौआ काना क्यों होता है? वास्तव में कौआ काना नही होता है. कौए के दो आंखे होती है. लेकिन वह एक आँख से ही देख पता है. इस कारण कौए काने होते है.
- वे एक आंख से ही बहुत दूर तक देख सकते है. दूर तक देखने की इनकी क्षमता किसी बाज के समान होती है.
ये भी जाने !
गौरैया चिड़िया के बारे में रोचक तथ्य एवं जानकारी
पानी में रहने वाले जानवर के नाम
best new moral stories in hindi
कौआ के शुभ और अशुभ संकेत क्या होते है?
- भारत में कौए को शगुन और अपशगुन का *संकेत माना जाता है. इसे आप एक तरीके से अंधविश्वास कह सकते है. जैसे कौए के छत पर बोलने पर घर पर मेहमान आने के संकेत. यह शगुन माना जाता है.
- कार्य करने के लिए बाहर जाते समय कौआ यदि आप पर बिट कर दे या आप पर हमला कर दे तो यह अपशगुन मन जाता है.
- गाँवो में इतना अंधविश्वास होता है कि, वे कौए में भूत प्रेतों की आत्मा का वास होना मानते है.
- इस कारण कौए को जादू टोने और तांत्रिक विद्या में काम में लिया जाता है.
विलुप्त होते कौए
वर्तमान में कौए की संख्या निरंतर कमी हो रही है. इसका मुख्य कारण हानिकारक रेडिएशन (विकिरण) है. जो मोबाइल टावर्स से निकलती है. इसके अलावा बिजली के खंबो से करंट लगने से इनकी मौत हो जाती है. ऐसा ही चलता रहा तो ये विचित्र जीव एक दिन विलुप्त हो जाएंगे.
कौवा किस देश का राष्ट्रिय पक्षी है?
भूटान, हमारे पडोसी देश भूटान का राष्ट्रिय पक्षी कौवा है.