चुड़ैल और रिक्शावाला – एक चुड़ैल की डरावनी कहानी

चुड़ैल और रिक्शावाला- एक चुड़ैल की कहानी

भुतिया चुड़ैल की डरावनी कहानियां में आप पढने जा रहे हैं – चुड़ैल और रिक्शावाला

रात के 9:00 बज चुके थे और जानवी अभी-अभी अपने सारे काम निपटा कर रिक्शा के लिए स्टैंड पर खड़ी थी। तभी एक रिक्शावाला आया और जानवी से पुछा कहाँ जाओगी मैडम जी?
जी भाई साहब, मुझे कौशल नगर जाना है। क्या आप चलोगे?
रिक्शावाला भाई साहब शहर में नया था तो उसने गूगल मैप खोला और कौशल डालकर जगह का पता लगाया, जगह 8 किलोमीटर दूरी पर थी।
रिक्शावाला भैया बोला ₹400 लगेगा मैडम. जानवी बोली, अरे यह तो बहुत ज्यादा है। 300 देती हूं…. चलोगे क्या?
रिक्शेवाले ने जानवी को ऊपर से नीचे तक पूरा देखा? चलो ठीक है, चलते हैं।


जानवी रिक्शा में बैठ जाती हैं, और रिक्शावाला भाई निकल लेता है। अभी 5 रिक्शा किलोमीटर आगे बढ़ चुका था। रिक्शावाला अपने सामने वाले शीशे से जानवी को घूरे जा रहा था, और बार-बार अपने शर्ट की कोल्लर को ठीक कर रहा था. और मस्ती से गीत गा रहा था… मेरी जान जरा कबूल कर लो… हमसे इश्क करने की जरा सी भूल कर लो।
जानवी को यह हरकत बिल्कुल अच्छी नहीं लगती है, और वह किसी को फोन लगाती है। अरे राखी…. तुम्हें पता है ना मेरे पति आज अमेरिका जा रहे हैं। तो क्या तुम मेरे घर पर आ सकती हो? सामने से वाली राखी बोलती है नहीं यार मुझे भी बहुत सारे काम है। आज तो मैं नहीं आ सकती। कल आ सकती हो? राखी इतना कहकर फोन रख देती है और जानवी भी अपने फोन को हाथ में लेकर बैठ जाती है. अब रिक्शावाला फिर से जानवी को घूरने लगता है।
कुशल नगर पहुंच जाते हैं और जानवी एक बड़े बंगले के सामने रिक्शा को रुकवा दी हैं। जानवी रिक्शा वाले को पैसे देती है, और रिक्शावाला उस घर को ध्यान से देखता है। वह घर तो कम कोई आलीशान बंगला ज्यादा लगता था.


पैसे देकर जानवी चली गई. जानवी ने घर का दरवाजा खोला और घर के अंदर चली गई। तभी रिक्शेवाले ने शीशे में देखा कि पीछे कुछ पड़ा हुआ है। देखा तो जानवी अपना फोन रिक्शे में ही भूल गई थी. इसलिए! रिक्शे वाले ने सोचा कि इसका घर इतना बड़ा हैं तो फ़ोन कितना महंगा होंगा. इसको चुराने के बहाने से, जल्दी यहां से निकल लेते हैं. तो रिक्शावाला फटाक से टेंपो चालू किया और वहां से निकल पड़ा। अभी रिक्शा वाले ने थोड़ी दूर जाकर उस फोन को अपने हाथ में ले लिया, और चालू करने लगा। फोन बहुत महंगा था। कम से कम 20000 का तो होगा। लेकिन वह फोन चालू नहीं कर सका और? थोड़ा रीझ सा गया. उसके मन में एक ख्याल आता है। क्यों ना उस मैडम को फोन वापस दिया जाए और उसका पति भी घर पर नहीं है। पर इस काम के लिए उस रिक्शेवाले को किसी और की जरूरत भी थी तो उसने अपने दोस्त को फोन लगाया तो उसका दोस्त बोला, तुम चलो मैं अभी आता हूं।
फोन काटकर रिक्शावाला वापस कौशल नगर के लिए चला गया. उसने उसी घर के सामने जाकर रिक्शा रोका और दरवाजे को घंटी को बजाया। लेकिन दरवाज़ा खोले के लिए कोई नहीं आया. उसने तीन चार बार ट्राई किया, लेकिन कोई नहीं आया तो उसने दरवाजे के ऊपर मारा तो दरवाजा खुल गया।
वह सारे घर में इधर-उधर फिरता रहा और आवाज लगाते लगाते रहा, लेकिन कोई नहीं आया. तभी उसे एक कमरे की लाइट जलती हुई दिखाई दी। तो वह कमरे के अंदर जाता है और देखता हैं कि? बाथरूम से नहाने की आवाज आ रही थी। लगता है मैडम जी नहा रही हैं। तभी वह मैडम के बाहर आने का इंतजार करता है।

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वह बैठा रहा, 15 मिनट, आधा घंटा हुआ, एक घंटा हुआ लेकिन वह मैडम बाहर नहीं आई। वहां बाथरूम की तरफ बढ़ने लगा और उसने बाथरूम का दरवाजा खटखटाया पानी बंद हो गया। सब कुछ शांत हो गया। उसने आवाज लगाई मैडम जी मैडम जी! लेकिन अभी भी दरवाजा नहीं खुला। तो उसने दरवाजे के ऊपर जोर से मारा तो दरवाजा खुल गया. जैसे ही उसने अपने बाथरूम के अंदर कदम बढ़ाए तो वह दंग रह गया। उसने कुछ ऐसा दिखा जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की, उसे सड़े हुए मांस की बदबू आ रही थी. और उसने धीरे धीरे अपने दाएं तरफ देखा। दाएं तरफ देखते ही वह दीवार से सटक गया। उसने देखा कि बाथ टब में कम से कम 10 15 लाशों का ढेर पड़ा था। और पास में 10 15 फोन उसने अपने जेब जेब से फोन निकाला और देखा सभी फोन एक जैसे थे। अब उस रिक्शेवाले ने ध्यान से देखा कि 15 की 15 लाशो सभी का कलर ड्रेस कोड एक ही था और फिर उसने अपने कपड़े की तरफ देखा तो उसने भी वही कपड़े पहन रखे थे जो उन 15 लोगों ने पहन रखे थे। अब रिक्शावाला पसीने से तरबतर हो गया। उसने इधर उधर देखा। वह मैडम उसे कई नहीं दिखी।


तभी अचानक से उस रिक्शेवाले को पीछे से जोर से लात मारकर वह मैडम उसको अंदर धकेल देती हैं। रिक्शावाला भैया पीछे देखता है तो वह मैडम अब मैडम नहीं रही चुड़ैल बन गई। उसके बाल उसके सर के आगे आ रहे थे। उसके कपड़े के ऊपर खून लगा हुआ था. और वह बोल रही थी।तू यहाँ रंग-राग खेलने आया है ना. देख मैंने 15 लोगों को मार दिया, तुझे भी मार दूंगी। अब रिक्शा वाले ने अपना फोन निकाला और अपने दोस्त को फोन लगाया तो दोस्त का फोन बंद आ रहा था।
किस को फोन लगा रहा है अपने दोस्त को बोलेगा। वह अब कभी नहीं आएगा। वह तेरा दोस्त…… उसे भी मार दिया मैंने। अब तो रिक्शा वाले की जान ही निकल गई है। चुड़ैल ने उसको भी उन 15 लोगों की तरह मार दिया। उस चुड़ैल ने 15 लोगों को क्यों मारा इसका किसी को नहीं पता। वह चुड़ैल कौन थी? क्या वजह थी कि वह केवल? रिक्शा वाले को ही मार रही थी। इसका पता अभी तक किसी को नहीं चला और ना ही चलेगा क्योंकि? उस चुड़ैल का रूप किसी ने देखा ही नहीं।

नाले से आकर लिया बदला भूतिया किस्सा

इस भूतिया चुड़ैल की कहानी(horror stories in hindi) चुड़ैल और रिक्शावाला से हमने क्या सिखा – केवल हमारी गंदी सोच ही हमको मरवा सकती हैं।

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