प्ले स्टोर पर एप्प कैसे बनाये – Play Store App Kaise Banaye

प्ले स्टोर एक ऐसा एप्प हैं जहाँ से आप अपना खुद का एप्प बनाकर अपलोड कर सकते हैं. यहाँ आपका सवाल हो सकता हैं की प्ले स्टोर पर एप्प कैसे बनाये?

तो यहाँ मैं आपको बताऊंगा की प्ले स्टोर पर एप्प कैसे बनाये? और आपको पूरे प्रोसेस के साथ बताऊंगा की गूगल प्ले स्टोर पर एप्प कैसे अपलोड करे?

अगर आप भी एक अपना खुद का एप्प बनाना चाहते हैं, लेकिन आपको नहीं पता की कहाँ से शुरू करे तो कम्पलीट स्टेप्स को जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक पढ़ते रहे.

प्ले स्टोर पर एप्प कैसे बनाये

दुनिया भर में प्ले स्टोर के 111 बिलियन यूजरस हैं. इस बात से यह अंदाजा लगा सकते हैं की यहाँ कितनी होप एंड स्कोप हैं.

प्ले स्टोर पर आप भी अपना खुद का एप्प बनाकर अपलोड कर सकते हैं. और इस एप्प को मोनेटाइज कर अर्निंग का जरिया बना सकते हैं.

हम यहाँ इसी बात पर ज्यादा फोकस करेंगे, कि प्ले स्टोर पर एप्प कैसे बनाये और कैसे उसको अपलोड करे और किस तरह मोनेटाइज कराये. मोनेटाइज सबसे लास्ट और सबसे सरल स्टेप हैं.

पहले हम यह जानेंगे की अपना खुद का एप्प कैसे बनाये? दूसरा, एप्प को अपलोड करने के लिए प्ले स्टोर का अकाउंट कैसे बनाये और तीसरा उसको अप्प को मोनेटाइज कैसे कराये?

फ्रेंड्स, ज्यादातर apps playstore पर अपलोड होते हैं, दूसरा नंबर एप्पल स्टोर पर, तीसरा और चौथा विंडो स्टोर और अमेज़न का हैं.

आप इसको समझने के लिए इस चार्ट को देख सकते हैं.

चलिए सबसे पहले हम जानते हैं की एक एंड्राइड डिवाइस के लिए खुद का एप्प कैसे बनाये? मैंने यहाँ दस स्टेप्स में आपको पूरा प्रोसेस समझाने का प्रयास करता हूँ. आप इन सभी विचारों को अपने एप्प में शामिल करे.  

  1.  स्टेप 1- अपने एप्प के लिए एक आईडिया निकाले

यदि आपके पास खुद का एंड्राइड एप्प बनानें का स्ट्रोंग आईडिया हैं तो आप नेक्स्ट स्टेप पर मूव कर सकते हैं.  

फ्रेंड्स एक एप्प के लिए एक स्ट्रोंग आईडिया होना बहुत जरूरी हैं. आपका आईडिया बहुत सरल नहीं होना चाहिए. अपने आईडिया में कुछ टेक्निकल टर्म्स शामिल करो. जिससे आपको बीट-अप करने के लिए कॉम्पीटिटर सोच भी नहीं सकते.

Statista.com के अनुसार गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर पर 4 मिलियन एप्पस हैं. अगर आप भी इसी संख्या में शामिल होने की सोच रहे तो आपके पास एक स्ट्रोंग आईडिया होना बहुत जरूरी हैं.  

ऐसे में आपके पास एक नया आईडिया होना चाहिए. बढ़ते हुए कॉम्पीटिशन को देखकर लगता हैं की नया आईडिया बिलकुल नया नहीं हो सकता हैं.  

ऐसे में आप अपने दिमाग की क्रिएटिविटी को अनलॉक कर पुराने आईडिया को ही नए तरीके से पेश कर सकते हैं. आप कुछ ऐसा कर सकते हैं जो पुराने एप्प में नहीं किया गया था. इसके लिए आपको रिसर्च करनी पड़ेगी और बहुत सारे एप्पस पर रिसर्च करनी पड़ेगी.  

  • एक बढ़िया एप्प आईडिया के लिए पुराने आइडियाज में ही ट्विस्ट डाले.
  • अलग अलग एलीमेंट्स को अपने एप्प में शामिल करे, जो एक ही आईडिया के अलग अलग एप्पस पर मौजूद होते हैं.
  • टार्गेटिंग को देखते हुए डिमांड और सप्लाई फोर्मुले पर अपने आईडिया को बनाये और उसमे एलीमेंट्स शामिल करे.  
  • अपनी तरफ से कुछ नया योगदान जरूर दे. अपना दीमाग लगाइए और कुछ नया जिसको अभी तक सभी डेवलपर मिस्सिंग कर रहे हैं, उस विचार को अपने एप्प में शामिल करे.  
  • आप किसी एक ही अप्प को टारगेट कर सकते हैं, जिसने कुछ कमियों के बावजूद बड़ी प्रसिद्धि पा ली हैं. या कोई ऐसा अप्प जिसने बहुत लम्बे समय से कोई अपडेट नहीं दी हैं, उसको टारगेट कर सकते हैं.
  1. स्टेप 1 – कॉम्पीटिशन का एनालिसिस करे

जब आप अपने ओपन माइंड से प्ले स्टोर के एप्प का एनालिसिस करोंगे तो आपको पता चलेगा की एक ही नीस(सब्जेक्ट) पर सैकड़ों एप्प पहले से मौजूद हैं. लेकिन यहाँ निराश होने की जरुरत नहीं हैं.

यदि कोई सही तरीके से एनालिसिस नहीं करता हैं तो बाद में उसको बहुत बड़ा धोखा लग सकता हैं. हो सकता हैं कि वह रैंक ही न कर पाए.

 जब कभी आप रिसर्च करने के लिए एप्प का रिव्यु करोंगे तो हमेशा आपको बिलकुल आपके आईडिया पर आधारित एप्पस मिल जायेंगे. यहाँ आपको कुछ निराशा मिल सकती हैं. ऐसे में घबराने की कोई जरुरत नहीं हैं, आप उसी विचार को और बेहतर तरीके से पेश कर सकते हैं.

प्रत्येक अप्प की एक ऑडियंस होती हैं. और यह समय के साथ यह बदलती रहती हैं. आपका एप्प फ्यूचर में लांच होगा तो आप अपने एप्प के लिए एक नयी फ्रेश ऑडियंस को टारगेट कर सकते हैं.

कॉम्पिटीटर का सही तरीके से एनालिसिस करने के लिए उस एप्प नाम, एप्प का रेटिंग, यूजर रिव्यु, डाउनलोड, updating फ्रीक्वेंसी, पब्लिशर, पैड हैं या फ्री, मार्केटिंग strategy को जरूर चेक करें. इन सभी को बेहतर तरीके से समझने के लिए चार्ट, मेट्रिक्स बनाये और बार बार एनालिसिस करें.

  1. स्टेप 3 – अपने एप्प की कल्पना करे

अपने एप्प की प्री मोक या पेपर डिजाईन करने से पहले एप्प की माइंड में कल्पना करे. प्ले स्टोर पर एप्प बनाने की यात्रा में यह एक महत्वपूर्ण और मजेदार काम हैं.

अपने खुद के एप्प को बनाने के लिए अब आपको एप्प के फर्स्ट लुक या वर्जन की माइंड में कल्पना करनी हैं. इस बात को दो तरीकों से सोचे. पहला एक डेवलपर बनकर दूसरा यूजर बनकर. क्योंकि आखिरकार आपके यूजर का एक्सपीरियंस ही आपको रिजल्ट देंगा.   

यहाँ आपको अपने एप्प के आईडिया को लेकर कुछ कमियां दिखे तो पहले और दुसरे स्टेप्स को रि-फॉलो करें.

इस स्टेप में केवल आप यह सोचे की आपके एप्प का लुक कैसा होगा. यह न सोचे कि आपकी स्क्रीन की साइज़ कितनी होगी और टेक्स्टिंग में क्या होगा.  

इस स्टेप को बार बार memorise करे, क्योंकि अगले स्टेप में आपको अपने एप्प को लुक देना हैं.

  1. स्टेप 4 – अपने एप्प का मॉकअप डिजाईन बनाएं

अगर आपने ऊपर के तीनों स्टेप्स को फॉलो किया हैं तो अब आप मोकअप डिजाईन के लिए तैयार हैं.

अब तक आपने जो सोचा हैं, उसको प्री डिजाईन करना हैं. यहाँ आप जो भी डिसीजन लेंगे उसी के आधार पर यूजर आपके एप्प पर एंट्री करेंगे और इंटरेक्ट करेंगे.

इस काम को करने के लिए एक पेन्सिल और पेपर का उपयोग करें.

यहाँ आपको इन चीजों पर ध्यान देने की जरुरत हैं –  

होम स्क्रीन, मैंन नेविगेशन बटन, ऑनबोर्डिंग सीक्वेंस को वन बाय वन ड्रा करते जाए.

यह काम शांति से पूरा करें. अप्प की प्री ड्राइंग करने के लिए फिग्मा, इनविज़न स्टूडियो, स्केच, फ्रैमर एक्स ऑनलाइन टूल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं.  

  1.  स्टेप 5 – एप्प का ग्राफ़िक्स डिजाईन बनाये

अब तक हमने एप्प को पेपर पर डिजाईन कर लिया हैं और ड्राफ्टिंग कम्पलीट कर ली हैं. अब हमें एप्प को असली लुक देना हैं. इसके लिए एप्प का ग्राफ़िक्स डिजाईन करना पड़ेगा. यहाँ यूजर इंटरफेस और यूजर एक्सपीरियंस (यूआई/यूएक्स) का ध्यान रखते हुए अपने एप्प का डिजाईन करें.

 अपने किसी एक फेवरेट ग्राफ़िक्स डिज़ाइनर टूल का इस्तेमाल करें. एप्प का ग्राफ़िक्स Setyono Dwi likeve68 टूल्स का उपयोग कर सकते हैं.  

अगर आप खुद एप्प को डेवलेप नहीं करना नहीं जानते हैं तो एक फ्रीलांसर को hire करें और अपने एप्प का डिजाईन करवाए.

सस्ते और बढ़िया फ्रीलांसर खोजने का तरीका – सोशल मीडिया या Pinterest पर जाकर फ्रीलांसर के पेज और डेमो डिजाईन को चेक करें. अगर आपको उन डिजाईन में कोई यूनिकनेस दिखती हैं तो उनसे संपर्क कीजिये. अगर वे आपके काम को करने के लिए राजी हो जाते हैं तो उनको hire कर लीजिये.

 या दूसरा तरीका आप कुछ साइट्स कुछ बना-बनाये टेम्पलेटस बेचती हैं. आप वहां से खरीद सकते हैं. अगर आपको ही डिजाइनिंग करना आता हैं तो आपके लिए बहुत सरल होने वाला हैं.

 एप्प का ग्राफ़िक्स डिजाईन करने के बाद आप अगले स्टेप में मार्केटिंग का स्टेप ले सकते हैं.

  1. स्टेप 6 – अपने खुद का एप्प बनायें

ग्राफ़िक्स डिजाईन के बाद आपको एप्प को बनाना हैं, ताकि आप उसको लाइव कर सके. इसी स्टेप के बाद आपको अपने अप्प को पब्लिश करना होता हैं.

 जिस तरह से आप ग्राफ़िक्स डिजाईन के लिए आप अलग अलग रूट को फॉलो कर सकते हैं, उसी तरह एप्प डेवलपिंग के लिए अलग तरीकों को अपना सकते हैं.

  • पहला तरीका यह हैं की आप कोडिंग करे और प्ले स्टोर के लिए खुद का एप्प बनाये. इसके लिए आपको कोडिंग और प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का अडवांस नॉलेज होना चाहिए.
  • दूसरा तरीका यह की आप एक फ्रीलांसर को hire करें. अगर आपको कोडिंग का कोई ज्ञान नहीं हैं, तो एक भरोसमंद फ्रीलांसर को hire करें.
  • आप एक कंपनी जो मुख्य रूप से एप्प डेवलपमेंट का काम करती हैं, उसको यह काम सौंप सकते हैं.
  • अगर आपके पास आईडिया हैं तो कोडिंग के लिए एक पार्टनर को ढूढ़ सकते हैं. यह बिजनेस करने की सबसे बढ़िया तरीका हैं.
  • प्ले स्टोर पर एप्प बनाने के लिए आप किसी टेम्प्लेट को खरीद सकते हैं. इस टेम्पलेट के जरिए, आप अपने एप्प को डिजाईन कर सकते हैं.
  1. स्टेप 7 – ऐप के लिए मार्केटिंग प्लान

गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर पर 4 मिलियन से ज्यादा एप्प हैं. यह सोचकर आपने एप्प बनाया हैं की यह प्ले स्टोर पर रैंक करें और आपके ब्रांड, सेल्स, लीड्स को बढ़ाये या ad नेटवर्क से अर्निंग कर सके.

आपको अपने लक्ष्य को पूरा करने लिए एक मार्केटिंग प्लान के साथ चलना होगा. इसके लिए आपको सही यूजरस की पहचान करनी होगी और उनको टारगेट करना होगा.   

शुरुआत में बीटा टेस्टिंग या प्री ई-मेल के जरिये टार्गेटिंग कर सकते हैं.  

गूगल प्ले स्टोर अप्प के मार्केटिंग के लिए कुछ तरीके –

  • अपने एप्प के लिए एक लेंडिंग पेज बनाये. इस पेज को बनाने का उद्देश्य यह रखे की आपके एप्प के बारें में जानने के लिए लोगों को ज्यादा भटकना नही पड़े.
  • Mailchimp या कोई फ्री मेल मार्केटिंग प्लेटफार्म से बल्क ईमेल के जरिये लोगों तक अपने एप्प को पहुंचाए.  
  • अपना खुद का ब्रांड बनाये. आपने एक अप्प बनाया हैं, इस एप्प की जर्नी और लाइसेंस को लोगों के साथ शेयर करें.
  • ऐप स्टोर ऑप्टिमाइज़ेशन (एएसओ) एक एसी प्रक्रिया हैं जिसमें आप अपने अप्प के कीवर्ड्स, टाइटल और मेटा टैग को ऐड कर सकते हैं.    
  • यदि आप अधिक बजट लगाकर एप्प के लिए मार्केटिंग करना चाहते हैं तो, magazine, न्यूज़, विडियो के जरिये कर सकते हैं.   
  1. चरण 8 – प्ले स्टोर एप्प को सबमिट करे

आपका पहला सवाल था कि how to make apps on play store, दूसरा सवाल how to upload an app in play store. तो आपके अब तक जान लिया होगा की खुद का एप्प कैसे बनाये या प्ले स्टोर पर एप्प कैसे बनाये?

एप्प बनाने के बाद उसको प्ले स्टोर पर अपलोड करना होता हैं. यहीं वह स्टेप हैं जिसके बाद लोग आपके एप्प को डाउनलोड कर पायेंगे.

हम यहाँ बात एंड्राइड अप्प की कर रहे हैं तो यहाँ हम सीखेंगे की प्ले स्टोर पर एप्प को कैसे अपलोड करें?  

प्ले स्टोर पर एप्प को अपलोड करने के लिए आपके पास एक प्ले स्टोर का अकाउंट होना चाहिए. इसके बाद प्ले स्टोर पर एप्प पब्लिश करने के लिए पब्लिशर अकाउंट बनाना होता हैं, इसके लिए आपको कुछ पेमेंट भी देना होता हैं.

एप्प को लाइव करने से पहले आप उसका मेटा तैयार करके रखे. टाइटल, कीवर्ड, अप्प डिस्क्रिप्शन सभी को पहले से ही तैयार रखे. कुछ स्क्रीन शॉट को भी अपने सिस्टम में निकाल कर रखे. या अगर आप कोई विडियो भी जोड़ना चाहते हैं, तो उसको भी बनाकर रखे.   

जब आप पब्लिशर अकाउंट बनाते हैं तो आपको बंडल आईडी मिलती हैं. इसी आईडी के जरिये आपको अपने एप्प को पब्लिश करना होता हैं.

जिस एप्प को आपने बनाया हैं अगर उसकी कोई प्राइस हैं तो आप को फाइनेंस डिटेल्स को भी यहाँ डालना होता हैं.

इसके बाद आप अपने एप्प को लाइव कर सकते हैं.

  1. स्टेप 9 – एप्प का प्रचार करें

एक बार गूगल प्ले स्टोर पर एप्प पब्लिश करने के बाद आपको टारगेट प्राप्त करना होता हैं. सबसे पहले डाउनलोड के नंबर्स में इजाफा करें. इसके ऊपर बताये गए मार्केटिंग प्लान को फॉलो करें.

  1. स्टेप 10 – फीडबैक के साथ सुधार करें

जब बहुत सारे यूजर जब आपके एप्प पर आयेंगे तो आपको बहुत सारे कमेंट के जरिये आपको फीड बेक मिलेगा. उसको सही ढंग से एनालिसिस करना हैं. इसी के आधार पर अपने एप्प में सुधार करते रहे.

एप्प को मोनेटाइज करवाइए

यह आपका फाइनल लक्ष्य हैं. फ्रेंड्स आप अपने एप्प से कीस तरह अर्निंग करने वाले हैं, यह इस बात पर निर्भर करता हैं की आपका एप्प किस केटेगरी का हैं.

अगर आपका ई-कॉमर्स स्टोर हैं तो आप सेल्स को बढ़ाना चाहेंगे. अगर आप ad नेटवर्क को पार्टनरशिप में रखना चाहते हैं, तो आपको admob से एप्प को मोनेटाइज करवाना होगा.

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  • आपने क्या सीखा “प्ले स्टोर पर एप्प कैसे बनाये(play store par apna app kaise banaen)”

मुझे पूरी उम्मीद हैं कि हमने आपको ऊपर जो भी स्टेप्स बताये हैं, आपको अच्छे से समझ में आ गए होंगे. प्ले स्टोर पर एप्प बनाना एक टेक्निकल काम हैं.प्ले स्टोर पर एप्प बनाने के लिय आपके पास कुछ स्किल होनी चाहिए. अगर आपके पास स्किल नहीं हैं तो इन्वेस्ट करने के लिए बड़ा अमाउंट होना चाहिए. आपको इस बात का ध्यान रखना हैं कि प्ले स्टोर एप्प को डेवलप करने या करने के लिए खर्चा आता हैं. बहुत सारे लोग वेब पेज को एप्प में कन्वर्ट कर आपके सामने पेश कर देते हैं. इसलिए आपको नकली माल से सावधान रहना हैं.

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