एक खुनी संयोग – PART 2

एक खुनी संयोग PART 2

एक खुनी संयोग – PART 2

एक खुनी संयोगMYSTERY STORY का पार्ट दूसरा पढने जा रहे हैं. अगर आपने पार्ट एक नहीं पढ़ा हैं तो इस नीचे पार्ट एक की लिंक हैं, आप वहां से पढ़ सकते हैं.


ओलिवा को अपनी कॉलेज में ही लव हो गया था और उसने डॉक्टर बनने से पहले ही सेंट पीटर चर्च में सादी कर ली थी. ओलिवा को सर्जन बनना था. इसलिए सादी के बाद दो साल किसी तरह से पी. जी. में रहकर उसने पढाई पूरी की और सर्जन बन गई. लेकिन पॉल नहीं चाहता की ओलिवा सर्जन बने, वो तो चाहता ही नही था की ओलिवा कभी डॉक्टर बने. किसी तरह से तीन साल साथ रहने के बाद पॉल ओलिवा और उसकी एक साल की बेटी सिल्वा को छोड़कर वियना चला गया था. लेकिन ओलिवा भी मजबुत दिल की डॉक्टर हैं. उसने कोई दुःख नहीं मनाया. बल्कि वह और मेहनत करती रही और एक साल के अन्दर ही प्ली सिक्की के सबसे बड़े सेंट हीलियम हॉस्पिटल की सर्जन बन गई. डॉ. ओलिवा और उसकी बेटी जल्दी ही प्ली सिक्की में शिफ्ट हो गए.

सात साल बाद…

डॉ. ओलिवा, सात साल का करिअर 1200 से अधिक सफल अर्थ्रोस्कोपी सर्जरी, 200 से अधिक नये चेहरों को जन्म दिया. ओलिवा अब प्ली सिक्की की सबसे बड़ी सर्जन बन चुकी हैं. प्ली सिक्की के नार्थ में एक NGO हैं जहाँ पर PWD(persons with disability) बच्चे रहते हैं. डॉ. ओलिवा उन बच्चो के लिए कुछ न कुछ करती रहती थी.

मर्डर का दिन…..

हमेशा की तरह डॉ. ओलिवा आज भी जल्दी सुबह ही हॉस्पिटल के लिए निकली थी. हॉस्पिटल के सारे अपॉइंटमेंट के बाद न्यू वेल्ली जाना था, डॉ. ओलिवा जल्दी ही फ्री हो गई और न्यू वेल्ली के लिए निकल गयी. ओलिवा ने डॉक्टर्स से मीटिंग की. टाइम निकल कर सिल्वा को फ़ोन लगाया. डिअर डॉटर आज मोम को थोडा लेट हो जायेगा. तो…. पता हेना..मेरी सिल्वा को क्या करना हैं. ….ओके मोम…!

मर्डर के दुसरे दिन …….

पूरी प्ली सिक्की में डॉ. ओलिवा के मर्डर को लेकर गर्मी चल रही हैं. शहर से 20 किमी की दुरी पर गासिया ग्रास के फील्ड में गोली और चाकू मारकर की डॉ. की हत्या. सारे अख़बार और न्यूज़ में यहीं बाते चल रही हैं. एक ही जगह पर एक ही सफ्ताह में दूसरा मर्डर.
एवा ने डिटेक्टिव को फ़ोन लगाया….क्या तुमने आज का अख़बार पढ़ा,……. नही……पर क्यों….. Ooh My God! Dr. Olivaa’ dead body found near Gasiya Grass field. एक ही जगह पर, एक और ओलिवा की हत्या… How is it possible?

पैथोलोजिस्ट एवा को फिर से पोस्टमार्टम के लिए कॉल आया था. डिटेक्टिव को भी वापस मर्डर की इन्वेस्टीगेशन के लिए जाना था.
डॉ एवा और डिटेक्टिव को ज्यादा मेहनत करने की जरुरत नहीं पड़ी. लेकिन, अब इस पज़ल को सुलझाना मुश्किल हो गया. एक सफ्ताह के पहले का फ़िल्टर कॉपी सीन.

डिटेक्टिव…..

अच्छा ऑफिसर्स कुछ मिला किया.. जी सर…
सर तीन गोलिया चलायी गई थी. दो गोलियों से तो केवल शीशा टुटा, तीसरी गोली डॉ को लगी. बुलेट ग्लोक 19 मैगजीन की हैं सर. डॉ. ओलिवा को मारकर बाहर निकाल दिया, और फिर कार को जला दिया.

डिटेक्टिव….. कोई सुराग….

जी सर! हत्यारे ने जल्दबाजी में गन यहीं छोड़ दी.
डिटेक्टिव….. ग्लोक 19 मैगजीन, 15 राउंड कैपेसिटी, लेकिन तुम कह रहे हो तीन गोली चलाई लेकिन, अभी केवल 11 बुलेट रिमेमिंग हैं. एक गोली कहाँ गई. Ooh My God! …. मेनेजर ओलिवा को भी तो गोली लगी थी. उसकी रिपोर्ट लाना.
ये लीजिये सर …. तो मतलब पहली गोली….मेनेजर और बाकि गोलिया डॉ के नाम.

दो ओलिवा..एक हत्यारा… कैसे करे सुलझारा…ये तो एक काम्प्लेक्स पज़ल हो गई.

अच्छा पैरो के निशानों से क्या पता चलता है. सर नाइन नंबर के शूज हैं. कोई ओल्ड वेराइटी के लगते हैं. लेकिन एक बात समझ नहीं आई सर… पैरो के 80% भाग पर प्रेशर, BMI इंडेक्स और हाइट का कोई ताल मेल नहीं हैं. अगर आदमी 9 नंबर के शूज पहनता हैं तो हाइट 6.2 तक हो सकती हैं, लेकिन BMI से उसका वेट 80 से अधिक होना चाहिए. लेकिन शूज प्रेशर से उसका वजन केवल 60 किलो लगता हैं. हो सकता हैं आदमी बहुत दुबला हो. ये भी हो सकता हैं की उसने चालाकी की हो और बड़े शूज पहन कर आया हो.
अच्छा शूज के निचे के कोई मार्क्स… कोई ओल्ड वैरायटी के लगते हैं.
सारी ईनफार्मेशनस को कलेक्ट करो और इस एरिया को सील कर दो. और यहाँ पर आने के जितने भी सारे रास्ते हैं सभी पर सिसी टीवी कैमरा लगवाने की एप्लीकेशन लिख दो.

एवा…..

एक स्फ्ताह में दूसरी ओलिवा का पोस्टमार्टम करे हुए एवा को थोड़ी घबराहट तो हो रही थी. एवा किसी सबूत की तलाश में थी. एवा ने मर्गुए फ्रेज़र से मेनेजर ओलिवा की बॉडी निकलवायी और दोनों की तुलना करने लगी. एवा अच्छे से समझ पा रही थी की हो ना हो किसी ने ओलिवा को मारकर अपनी नफरत को शांत किया हैं. लेकिन इससे हत्यारे का कैसे पता चलेगा.

यह केस थोड़े लम्बे समय तक सुर्खियों में चला… गोसिया ग्रास फील्ड पूरी तरह से सिक्यूरिटी के अन्दर हैं. सारे रास्तों पर सिसी टीवी कैमरा भी लग गये. डिटेक्टिव भी केस IB को सोपने का फैसला करता हैं. डिटेक्टिव सोचता हैं….अभी तो केवल जगह कैद हुई हैं हत्यारा नहीं.
ये एक खुनी संयोग है या फिर कोई प्री प्लानिंग मर्डर, दोनों ओलिवा में कोई कनेक्शन तो नहीं हैं. नाम के अलावा काम में भी तो कनेक्शन हो सकता हैं…..पर क्या?
मुझे एक कोशिश और करनी चाहिए……कुछ तो कनेक्शन हैं….क्या अगली एक ओलिवा और मरेगी…..एक दो तीन… पता नहीं और कितनी ओलिवा………कुछ तो आंतरिक सम्बन्ध होगा. …..और मुझे यहीं पता करना हैं….
मैं ये केस IB को नहीं सौपूंगा. मुझे इसकी तहकीकात करनी होगी.


आपको क्या लगता हैं क्या डिटेक्टिव इस केस को सुलझा पायेगा? आपको क्या लगता हैं एक और ओलिवा मरेगी? जानने के लिए जुड़े रहे हमारी MYSTERY STORY IN HINDI के साथ इसका तीसरा पार्ट भी जल्द ही अपलोड होगा.


पहले पार्ट को यहाँ से पढ़े : PART 1

PART 4

PART 3

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