referral code meaning in Hindi, referral code kaise banaye, referral code optional meaning in hindi, रेफरल कोड कैसे बनाये, रेफरल कोड कहाँ से लाये, referral code in hindi, apna referral code kaise jane, Referral code के क्या फायदे.
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Referral Code Meaning in Hindi – रेफरल कोड क्या है?
एक रेफ़रल कोड एक ट्रैकिंग कोड होता हैं, जो यह सूचित करता हैं कि कोई किसी यूजर किसी रेफरल मार्केटिंग का हिस्सा बनने जा रहे हैं. किसी यूजर को रेफरल कोड शेयर करने पर यूजर को बेनिफिट मिलता हैं और रेफरल कोड भेजने वाले को भी बेनिफिट मिलता हैं.
रेफरल कोड की दूसरी परिभाषा –
कुछ रेफरल कोड शोपिंग या sign–up पर डिस्काउंट देते हैं, जिससे यूजर या ग्राहक को कुछ प्रतिशत तक छुट मिल जाती हैं.
रेफरल कोड कई तरह के होते हैं. लेकिन सभी रेफरल कोड का उद्देश्य एक ही होता हैं – यूजर और सेन्डर को बेनिफिट हो.
रेफरल कोड मार्केटिंग को सरल बनाता हैं. चलिए अब हम रेफरल कोड के बारें में और अधिक जानते हैं. लेकिन इसके कुछ और महत्वपूर्ण परिभाषा जान लेते हैं.
रेफ़रल लिंक क्या होती हैं?
रेफरल लिंक किसी कंपनी, एप्प, प्रोडक्ट की यूनिक लिंक होती हैं, जो किसी एक मार्केटर द्वारा शेयर की जाती हैं. अगर कोई यूजर इस लिंक के जरिये कोई एक्शन लेता हैं, तो वह भी उस प्रोग्राम का हिस्सा बन जाता हैं.
रेफ़रल ट्रैकिंग क्या होती हैं?
अगर कोई मार्केटर किसी लिंक को शेयर करता हैं, तो वह अपनी लिंक को ट्रैक कर सकता हैं. रेफ़रल ट्रैकिंग के जरिये वह पता लगा सकता हैं कि यूजर का उस लिंक के प्रति व्यवहार क्या हैं.
रेफरल मार्केटिंग क्या होती हैं?
पहली परिभाषा -: मार्केटिंग का वह तरीका जिसमे कोई मार्केटर अपने लिंक(url) को शेयर कर यूजर को खुद से जोड़ता हैं.
दूसरी परिभाषा -: लीड या प्रोडक्ट्स की सेल्लिंग को बेहतर बनाने के लिए मार्केटर द्वारा यूजर को एक यूनिक कोड दिया जाता हैं. जिसका उदेश्य हैं की यूजर को कुछ डिस्काउंट मिल जी और मार्केटर को कंपनी से कुछ कमीशन मिल जाए.
For example -: आपने किसी प्रोडक्ट खरीददारी में चेकआउट के वक्त रेफरल कोड(ऑप्शनल) जरूर देखा होगा. अगर आप किसी रेफरल कोड को लगाते हो तो डिस्काउंट मिलता हैं.
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रेफरल कोड कैसे काम करता है(how referral code work)
अब आप जान गए हैं कि रेफ़रल कोड क्या है? चलिए अब जानते हैं की रेफरल कोड कैसे काम करता हैं?
रेफरल कोड को दो लोग जारी कर सकते हैं, पहला – कंपनी खुद. दूसरा – कंपनी से जुड़े हुए पार्टनर.
रेफरल मार्केटिंग को सरल बनाने के लिए रेफरल कोड का सहारा लिया जाता हैं. मार्किट या इन्टरनेट पर एक ही प्रोडक्ट की एक से अधिक कंपनी होती हैं. इसलिए कंपनी यूजर या ग्राहक को अपने तक लाने के लिए रेफरल मार्केटिंग तकनीक लेती हैं.
कंपनी रेफरल मार्केटिंग के जरिये यह चाहती हैं कि वह ज्यादा से ज्यादा यूजर को खुद से जोड़े. इसके लिए कंपनी अक्सर यूजर को एक बोनस देने का प्रोमिस करती हैं, इसे ही रेफरल कोड कहा जाता हैं.
रेफरल कोड कई तरीकों से काम करता हैं.
पहला तरीका – जब कोई अफिलेट मार्केटर किसी कंपनी को ज्वाइन करता हैं, तो उसको खुद की एक यूनिक आईडी दी जाती हैं, जिसे रेफरल लिंक कहा जाता हैं. कुछ स्थितियों में यह लिंक ही रेफरल कोड का काम करती हैं.
जब मार्केटर इस लिंक के जरिये किसी दुसरे यूजर को sign–up करवाता हैं तो मार्केटर और यूजर दोनों को कुछ कमिशन मिलता हैं.
दूसरा तरीका – अमेज़न या शोपिंग कंपनी से जब कोई मार्केटर जुड़ता हैं तो उस मार्केटर का उद्देश्य होता हैं कि वह ज्यादा से ज्यादा सेल कर सके. इसलिए वह यूजर को मार्किट प्राइस से कुछ सस्ते दामों में प्रोडक्ट को सेल करने के लिए एक रेफरल कोड देता हैं.
यह रेफरल कोड लिंक न होकर एक कोड होता हैं, जो शोपिंग के बाद expire हो जाता हैं.
रेफरल कोड या रेफरल लिंक को ट्रैक किया जाता हैं, अगर कोई नया यूजर या ग्राहक किसी भी एप्प को sign–up करता है या किस प्रोडक्ट को खरीदता हैं तो उसका पूरा विवरण एक डैशबोर्ड पर किया जाता हैं. जिसे ट्रैकिंग डैशबोर्ड कहा जाता हैं.
रेफरल कोड के फायदे(benefits of referral code in Hindi)
रेफरल कोड से प्रोडक्ट की सेल्लिंग में बढ़ोतरी की जा सकती हैं. यह दुसरे मार्केटिंग के तरीकों से कई गुना अधिक बेहतर हैं.
रेफरल कोड से कस्टमर तुरंत प्रोडक्ट की तरफ आकर्षित होता हैं. इसलिए रेफरल मार्केटिंगका ROI(Return on investment) अधिक होता हैं.
रेफरल कोड न केवल कंपनी के लिए अच्छा होता हैं, बल्कि यूजर के लिए भी फायदेमंद होता हैं.
यूजर को अगर शोपिंग में कोई डिस्काउंट कोड या रेफरल कोड मिल जाए तो उसको कुछ प्रतिशत का फायदा हो सकता हैं.
यूजर जब किसी रेफरल लिंक को ज्यादा से ज्यादा शेयर करता हैं तो उसको भी कमीशन मिलता हैं, जो अर्निंग का एक्स्ट्रा सोर्स हो सकता हैं.
रेफरल मार्केटिंग के जरिएय लोग आजकल हजारों रूपये घर बैठे कमा रहे हैं. इसलिए यह एक आय का स्रोत हो सकता हैं.
रेफरल कोड कैसे बनाये(how create referral code in hindi)
अब तक आप रेफरल कोड और रेफरल मार्केटिंग के बारें में बहुत कुछ सीख गए होंगे. लेकिन आपके दिमाग में एक सवाल घुम रहा होगा कि रेफरल कोड कैसे बनाये जाते हैं?
अगर आप एक ऑनलाइन स्टोर या बिजेनस चलाते हैं तो यह आपके ऊपर हैं की बिजेनस में रेफरल मार्केटिंग को शामिल करे या नहीं करे.
रेफरल कोड को बनाने के लिए किस टूल या सॉफ्टवेर का इस्तेमाल किया जा सकता हैं. रेफरेल के बनाने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए
- 1. रेफरेल कोड पढने में सरल और मीनिंगफुल होना चाहिए.
- 2. रेफरेल कोड में l, o, L, 0 का इस्तेमाल नहीं करें. ये यूजर को भ्रमित करते हैं.
- 3. अगर आपको बार बार या अलग अलग प्रोडक्ट के लिए अलग रेफरल कोड की आवश्यकता होती हैं तो एक ही फोर्मेट में रेफरल कोड को बनाए.
सभी मार्केटर रेफरल कोड को नहीं बना सकते हैं. लेकिन यदि कोई कंपनी या एप्लीकेशन रेफरेल कोड को बनाने के लिए आप्शन देती हैं तो रेफरेल कोड बनाया जा सकता हैं.
अगर कोई खुद का ऑनलाइन स्टोर चलाता हैं या किसी एप्लीकेशन पर यूजर इनस्टॉल करवाना चाहते हों तो अपने अनुसार रेफरल ओके का निर्माण कर सकते हैं.
ऑनलाइन स्टोर में रेफरल कोड बनाना बहुत सरल हैं. WP Referral code प्लगइन से अपने प्रोडक्ट्स के लिए रेफरल कोड बनाया जा सकता हैं.
कुछ अफिलेट प्रोग्राम जैसे – होस्टिंग, एंटीवायरस, vpn, प्लगइन, थीम मार्केटर को रेफरल कोड का आप्शन देती हैं. अगर मर्केटर चाहे अपने अफिलेट डैशबोर्ड से या डायरेक्ट कंपनी से बात करके रेफ्रेअल कोड की मांग आकर सकता हैं.
रेफरल कोड कहाँ से लाये
अगर आप किसी एप्प को शेयर करते हैं तो आपको कुछ कमिशन मिलता हैं. इसलिए आप रेफरल कोड के जरिये अपने फ्रेंड्स को sign–up करवाते हैं. लेकिन कई बार रेफरेल लिंक को शेयर करते वक्त आपको कोई रेफरल कोड नहीं मिलते हैं. इसे में आपके मन में सवाल आता होगा कि रेफरेल कोड कहाँ से लाये?
कोई भी एप्लीकेशन जो जुड़ने और रेफेर एंड अर्न में भाग लेने का मौका देती हैं तो आप उस लिंक को शेयर करके पैसा कमा सकते हैं.
डायरेक्ट रेफर एंड अर्न में आपको जो लिंक मिलती हैं वह एक यूनिक लिंक होती हैं. इसलिए इसको रेफर करने के लिए आपको किसी अतिरिक्त कोड या रेफरल कोड की जरुरत नहीं होती हैं. उस लिंक में ही आपकी पह्काहं छुपी होती हैं और उसी लिंक से ट्रैकिंग होती हैं.
कुछ एप्लीकेशन आपको डायरेक्ट रेफ़र एंड अर्न के लिए खुद से जुड़ने का मौका नहीं देती हैं तो अगर उनका पार्टनर प्रोग्राम हैं ओ पहले आपको उनसे कांटेक्ट करना होता हैं, इसके बाद ही आपको रेफरेल लिंक, प्रोडक्ट लिंक या रेफरल कोड मिलेंगे.
रेफरेल कोड के कुछ उदाहरण
मैं यहाँ आपको रेफरल कोड का एक उदहारण देना चाहूँगा जिससे आप समझ जायेंगे की रेफरल कोड और रेफरल मार्केटिंग इस तरह से काम करती हैं.
रेफरल मार्केटिंग से कंपनी, मार्केटर और यूजर तीनो को बेनिफिट होता हैं. कंपनी को ग्राहक मिल जाता हैं, यूजर को सस्ती सुविधा मिल जाती हैं और मार्केटर को उसका कमीशन मिल जाता हैं.
मैं यहाँ उदहारण के लिए upstox को ले रहा हूँ, यह एक ट्रेडिंग का एप्लीकेशन हैं, यह एक ऐसा प्लेटफार्म हैं, जो प्रत्येक sign up पर लगभग 400 से 800 रूपये देता हैं.
Upstox का अकाउंट बिकुल फ्री में खुलता हैं, और इसमें ट्रेड करना बहुत ही सरल हैं. अगर आपके पास अभी तक कोई ट्रेडिंग प्लेटफार्म नहीं हैं, तो इस लिंक को फॉलो कर सकते हो.
Click Here -:
Step 1 अकाउंट को ओपन करने के बाद अपने upstox के होने पेज पर जाए. लेफ्ट साइड टॉप कार्नर में आइकॉन को क्लिक करना हैं.
Step 2 rafer and earn क्लिक करें.
Step 3 अपने अनुसार किसी भी प्लेटफार्म पर इसको शेयर करें. whatsapp, मेल पर शेयर करें.
referral code optional meaning in Hindi
जब कभी आप ऑनलाइन शोपिंग करते हैं तो कुछ कंपनी चेकआउट के वक्त एक कॉलम देती हैं, जहाँ लिखा होता हैं, referral code (optional). इसका मतलब हैं की अगर आप रेफरल कोड का इस्तेमाल करते हैं तो आपको कुछ डिस्काउंट मिलेगा.
अगर आपके पास कोई referral code नहीं हैं तो आप इसको खली छोड़ सकते हैं. लेकिन अगर आप कहीं से सर्च करके इसको भरते हैं आपको शोपिंग मेकुछ प्रतिशत छुट मिलेगी.
faq about referral code in hindi
Q. 1 मैं अपना रेफरल कोड कैसे प्राप्त करूं?
Ans. आप अपना रेफरल कोड ऑफिसियल एप्प या वेबसाइट के डेशबोर्ड से प्राप्त कर सकते हैं. कई बार रेफरल कोड रेफरल लिंक में ही होता हैं.
Q. 2 जब कोई मेरे रेफ़रल कोड का उपयोग करेगा तो क्या मुझे फायदा होगा?
Ans. अगर आपके पास खुद का स्टोर हैं और लोग बार बार आपके रेफरल कोड का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको और यूजर दोनों को फायदा होगा. आपकी सेल्स बढ़ेगी और यूजर के लिए सस्ती शोपिंग हो जाएगी. अगर आप एक मार्केटर हैं और बार बार आपके कोड को उपयोंग में लाया जा रहा हैं तो आपको निश्चित ही फायदा होगा, कोई नुकसान नही होगा.
Q. 3 मैं अपना रेफरल कोड कहां दर्ज करूं?
Ans. रेफरल कोड को चेकआउट के समय एक ऑप्शनल कॉलम दिखेगा, वहीँ पर लिखना हैं. इसके बाद इसको चेक करना हैं. अगर राईट मार्क आ जाता हैं, तो यह कोड जेन्युइन हैं, उअर आपको डिस्काउंट मिलेगा.
Q. 4 मैं अपना रेफरल कोड कैसे दर्ज करूं?
Ans. रेफरल कोड को दर्ज करने के लिए पहले रेफरल कोड को कॉपी करें और प्रोमो कोड या रेफरल कोड की जगह पर पेस्ट करें.
Q. 5 मैं अपना रेफरल कोड कैसे शेयर करूं?
Ans. रेफरल कोड को शेयर करने के लिए एक मार्केटिंग तकनिकी को अपनाना चाहिए, रेफरल कोड को अप्लाई करने पर यूजर को भी फायदा होता हैं, इस बात का उनको अहसास कराएँ.
Q. 6 यदि मैं अपना रेफ़रल कोड भूल जाता हूँ तो क्या होगा?
Ans. यदि आप रेफरल कोड को भूल जाते हैं, तो अपने डेशबोर्ड पर जाकर सभी कोड को मैनेज कर सकते हैं, आप अपने कोड की expire टाइम भी सेट कर सकते हैं.
Q. 7 मैं अपने रेफरल कोड का प्रचार कहां कर सकता हूं?
Ans. रेफलर कोड का प्रचार कही पर भी किया जा सकता हैं, सोशल मिडिया, कंटेंट मार्केटिंग, विडियो के जरिये, ब्लॉग पर कर सकते हैं.
Q. 8 रेफरल प्रोमो कोड कैसे काम करता है?
Ans. रेफरल या प्रोमो कोड यूजर को कुछ डिस्काउंट देने के लिए बनाये जाते हैं, जब कोई यूजर इस कोड को अप्लाई करता हैं तो उसको कुछ प्रतिशत छूट मिल जाती हैं.
2 Medicine Wholesale Business Plan in Hindi
आपने क्या सीखा ” referral code meaning in hindi”
रेफरल के अपने आप में बहुत बड़ा विषय हैं, लेकिन हमने बहुत कम टोपिक्स के जरिये रेफरल की हिंदी मीनिंग(what is referral code meaning in hindi) को समझाने का प्रयास किया हैं. अगर आपका कोई सवाल हैं तो हमसे जरूर सम्पर्क करे या कमेंट करें.